अग्निपथ ! अग्निपथ ! अग्निपथ !
वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने, हों बड़े,
एक पत्र - छाँह भी मांग मत, मांग मत, मांग मत!
अग्निपथ ! अग्निपथ ! अग्निपथ !
तू न थकेगा कभी!
तू न रुकेगा कभी!
तू न मुड़ेगा कभी! कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ !
अग्निपथ ! अग्निपथ ! अग्निपथ !
यह महान दृश्य है,
चल रहा मनुष्य है,
अश्रु-स्वेद-रक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ !
अग्निपथ ! अग्निपथ ! अग्निपथ !
_________________________